महेंद्र सिंह धोनी का जीवन परिचय || Mahendra Singh Dhoni Biography In Hindi
महेंद्र सिंह धोनी इस नाम को आप जानते ही होंगे। जिसे हम कैप्टन कूल और माही भी कहते हैं। महेंद्र सिंह धोनी का नाम, दुनियां भर के महान क्रिकेटरों में गिना जाता है, और आज ये एक कामयाब खिलाड़ी हैं। धोनी वनडे क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ कैप्टन में से एक है। जिन्होने आईसीसी के सारे ट्राॅफी भारत को जिताये। धोनी इंडियन फोर्स में लेफ्टिनेंट कर्नल है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आने से पहले 2003 में खड़कपुर रेलवे स्टेशन पर टिकट चेकर का काम किया था। और आज दुनिया के अमीर क्रिकेटरों में गिना जाता है।
महेंद्र सिंह धोनी का परिवार
महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची, झारखंड में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम पान सिंह धोनी है। इनका परिवार उत्तराखंड से है। धोनी के पिता रांची में स्टील बनाने वाली कंपनी में जूनियर मैनेजमेंट के पद पर काम करते थे। धोनी के मां का नाम देवकी है जो घर संभालती है। धोनी का एक भाई और एक बहन भी है। बहन का नाम जयंती गुप्ता है जो एक शिक्षिका हैं। और का नाम नरेंद्र सिंह धोनी है जो राजनीति में समाजवादी पार्टी के मेम्बर है।
महेंद्र सिंह धोनी का शादी
महेंद्र सिंह धोनी का शादी 4 जुलाई 2010 को देहरादून में साक्षी रावत से हुआ। इन दोनों का पहला मुलाकात 2008 में ताज होटल पश्चिम बंगाल में हुआं था। इन दोनों के एक बेटी है जिसका जन्म 6 फरवरी 2015 में हुआ और उसका नाम जीवा है
महेंद्र सिंह धोनी का शिक्षा
महेंद्र सिंह धोनी का प्रारंभिक पढ़ाई डी ए वी जवाहर विद्या मंदिर श्यामली रांची में हुआ। बचपन में धोनी को बैडमिंटन और फुटबॉल में बहुत रुचि था। इन दोनों खेल में धोनी जिला स्तर पर भी खेल चुके हैं। धोनी फुटबॉल में गोलकीपर थे। इसलिए उनका कोच क्रिकेट में विकेटकीपर के रूप में खेलने के लिए भेजा। धोनी का अच्छा खेल देखकर हर कोई प्रभावित हुआ। जिसके बाद वीनू मांकड़ ट्राफी अंडर सिक्सटीन चैंपियनशिप में चुने गए जहां उन्होंने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था। धोनी दसवीं कक्षा पास करने के बाद सेंट जेवियर्स कालेज, रांची, झारखंड में दाखिला लिया। लेकिन पढ़ाई बीच में छोड़कर क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित किया और अच्छा क्रिकेटर बन कर दिखाया।
क्रिकेट में धोनी का सफर
महेंद्र सिंह धोनी दाहिने हाथ से बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग करते हैं। उनको अच्छे प्रदर्शन के बाद 1998-99 में बिहार में अंडर-19 में शामिल किया गया। जहां उन्होंने अपने पहले मैच में असम के खिलाफ 68 रन की लाजबाव पारी खेली और 5 मैचों के कुल सात पारियों में कुल 176 रन बनाया। धोनी 2000-01 में बंगाल के खिलाफ अपना पहला शतक बनाया। इसके बाद 2002-03 के सीज़न में धोनी ने चार रणजी मैच में पांच अर्धशतक बनाए और देवधर ट्रॉफी के अर्न्तगत दो अर्धशतक बनाए। जिसके बाद उनको भारत ए टीम में चुने गए। जहां उन्होंने जिम्बाब्वे ए के खिलाफ 7 कैच और 4 स्टम्पिंग करके अपने विकेटकीपर का जलवा दिखाया। फिर उन्होंने त्रिकोणीय सीरीज भारत ए, पाकिस्तान ए और केन्या के साथ हुआ जिसमें धोनी ने धुरंधार पारी खेलते हुए दो शतक के साथ कुल 7 मैचों में 362 रन बनाए। और 2004-05 में उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में चयन हुआ
धोनी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर
धोनी को पहली बार वनडे में 2004 में भारतीय क्रिकेट टीम में बंगलादेश के दौरे पर चुना गया। जहां उनका प्रर्दशन अच्छा नहीं रहा वह पहले मैच में जीरो पर आउट हो गए। फिर उनको पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए चुना गया। जहां उन्होंने सीरीज के दुसरे मैच में 123 गेंद खेलकर 148 बनाया। इसके बाद 2005 में श्रीलंका के खिलाफ जयपुर में 145 गेंदों में 15 चौके व 10 छक्के जड़ते हुए नाबाद 183 रन की पारी खेली और टीम इंडिया 3-0 से सीरीज जीता। और धोनी मैन ऑफ द सीरीज बने।
धोनी कप्तान के रूप में
वनडे क्रिकेट
महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टीम के सफल कप्तान है। उनकी कप्तानी के समय भारतीय टीम की सफलता की दर लगभग 60% से अधिक थी। धोनी 2016 तक टी-20 और एक दिवसीय मैचों के कप्तान रहे थे। इसके अलावा वे 2008 से 2014 तक भारत के टेस्ट कप्तान भी रहे थे। धोनी को 2007 में राहुल द्रविड़ को हटाकर भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान बनाया गया। उन्होंने स्कॉटलैंड के खिलाफ अपनी कप्तानी की शुरुआत की लेकिन मैच धुल गया। इसके बाद, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार आयोजित आईसीसी विश्व ट्वेंटी 20 वर्ल्ड कप मे भारत ने 24 सितंबर 2007 को फाइनल में पाकिस्तान को हराकर यह ट्राफी जीता और धोनी, कपिलदेव के बाद दुसरे कप्तान बने जो भारत को विश्व क्रिकेट कप जिताया।
वर्ष 2011 में आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में भारत ने श्रीलंका को हराकर विश्व कप भारत के नाम किया। फाइनल में धोनी ने 91 रन का शानदार पारी खेली और मैंन आप द मैच बने।
वर्ष 2013 में धोनी के कप्तानी में भारत ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती। वर्ष 2016 में धोनी ने कप्तानी छोड़ दिया।
टेस्ट क्रिकेट
महेंद्र सिंह धोनी अपना पहला टेस्ट मैच 2005 में श्रीलंका के खिलाफ खेला और मात्र 30 रन बनाए। धोनी को 2008 में भारत के टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया। उनकी कप्तानी की खास बात यह रही कि 2009 में भारतीय टीम उनकी कुशल कप्तानी में नंबर एक टीम बन गई। वर्ष 2014 में धोनी टेस्ट मैच से संन्यास ले लिया। धोनी अपने टेस्ट क्रिकेट करियर में कुल 90 टेस्ट मैच के 144 पारियों में 6 शतक और 33 अर्द्धशतक के साथ 4876 रन बनाए हैं। उनका हाई स्कोर 224 है।
टी20 क्रिकेट
धोनी 1 दिसंबर 2006 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 में डेब्यू किया था। और 2007 में अपनी कप्तानी में भारत को टी20 क्रिकेट विश्वकप जिताकर इतिहास रचा। धोनी 2016 तक टी20 क्रिकेट के कप्तान रहे। उन्होंने टी20 करियर में वर्ष 2006 से लेकर 2019 तक कुल 98 मैचों की 85 पारियों में 37.60 की औसत से 1617 रन बनाए। टी20 क्रिकेट में धोनी के नाम सिर्फ दो अर्धशतक दर्ज हैं। उनका टी-20 में अधिकतम स्कोर 56 रन है।
आईपीएल क्रिकेट
महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के एक सफल कप्तान और खिलाड़ी हैं। आईपीएल के 12 सीजन में तीन बार आईपीएल के खिताब चेन्नई सुपरकिंग्स के नाम किये है। धोनी आईपीएल में 190 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने कुल 3,215 रन बनाए हैं और उनका औसत 42.20 का रहा है। धोनी का आइपीएल में एक भी शतक नहीं है और उनका अधिकतम स्कोर नाबाद 84 रन रहा है। उन्होंने आइपीएल के एक सीजन में सबसे ज्यादा रन साल 2013 में बनाए थे। धोनी आईपीएल में अब तक 23 अर्धशतक लगाए हैं। वहीं उन्होंने इन मैचों में कुल 297 चौके व 209 छक्के जड़े हैं।
महेंद्र सिंह धोनी को अवार्ड
* महेंद्र सिंह धोनी को 2007 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार दिया गया।
* वर्ष 2008 और 2009 में आईसीसी ने धोनी को वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर से सम्मानित किया गया।
* भारत सरकार ने 2009 में धोनी को पद्म श्री से सम्मानित किया।
* वर्ष 2011 में उन्हें कैस्ट्रोल इंडियन क्रिकेटर ऑफ द ईयर से सम्मानित किया गया।
* वर्ष 2011 में धोनी को डी मोंटफोर्ट विश्वविद्यालय (De Montfort University) द्वारा मानद डॉक्टरेट की डिग्री दिया गया।
* वर्ष 2018 में धोनी को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
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